May 13, 2014

सीख

ईश्वर सीखे इन्सान से
कैसे आस्था बढ़ाई जाती  है
कलयुग सीखे द्वापर से
कैसे मित्रता निभाई जाती है

शहर सीखे जंगल से
कैसे मेघा समाई जाती है
सीखे सागर नदीयों से
कैसे सभ्यता बसाई जाती है

शहरी जाने किसान से
अनाज की कद्र क्या होती है
सीखें युवा, जवान से
देश की फ़िक्र क्या होती है

माँ पूछे इक बाँझ से
औलाद की अहमियत क्या है
बूझें रेगिस्तान से
जलाशय की कीमत क्या है

शांति सीखे संग्राम से
रण में मरण की भीषणता
कौरव सीखें पार्थ से
वासना विलास की क्षणभंगुरता

रात सिखाये प्रभात को
कर्मो के फल नहीं खोते
सूरज तो आता जाता है
नक्षत्र कभी नहीं सोते
~ अभिषेक मिश्रा 



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